New Scholarship Scheme: कक्षा 8वीं 10वीं और 12वीं के सभी छात्र ध्यान दें, अब आपको मिलेगी ₹5000 की छात्रवृत्ति

New Scholarship Scheme: कक्षा 8वीं, 10वीं और 12वीं के छात्रों के लिए एक बड़ी खुशखबरी आई है। अब पढ़ाई में मेहनत करने वाले छात्रों को आर्थिक मदद देने के लिए सरकार और संबंधित संस्थाओं ने नई छात्रवृत्ति योजना शुरू की है। इस योजना के तहत योग्य और मेधावी छात्रों को ₹5000 की छात्रवृत्ति प्रदान की जाएगी, जिससे वे अपनी शिक्षा को बिना किसी आर्थिक दबाव के जारी रख सकें। आज के समय में शिक्षा सिर्फ किताबों तक सीमित नहीं है, बल्कि उसमें कई अतिरिक्त खर्चे भी शामिल होते हैं जैसे कि कोचिंग फीस, किताबें, स्टेशनरी और प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी। ऐसे में यह छात्रवृत्ति उन छात्रों के लिए एक मजबूत सहारा साबित होगी जो पढ़ाई में आगे बढ़ना चाहते हैं लेकिन आर्थिक परिस्थितियों के कारण रुकावट का सामना कर रहे हैं। इस योजना का मुख्य उद्देश्य छात्रों को प्रोत्साहित करना, उनकी प्रतिभा को सही दिशा देना और उन्हें एक बेहतर भविष्य की ओर आगे बढ़ाना है। खास बात यह है कि यह छात्रवृत्ति सीधे छात्रों के बैंक खाते में ट्रांसफर की जाएगी, ताकि वे इसका उपयोग अपनी पढ़ाई से जुड़े खर्चों के लिए कर सकें। यदि आप कक्षा 8वीं, 10वीं या 12वीं में पढ़ रहे हैं तो यह मौका आपके लिए सुनहरा अवसर है। अब शिक्षा बनेगी और भी आसान और आपका सपना होगा पूरा।

Devnarayan Pre-Matric Scholarship (राजस्थान) — यह योजना राजस्थान के आर्थिक रूप से कमजोर और EBC/पात्र वर्ग के कक्षा 6–10 (अक्सर 8–10 तक भी) के मेधावी छात्रों के लिए डिज़ाइन की गई है। योजना का मुख्य उद्देश्य स्कूल स्तर पर पढ़ाई जारी रखने में आर्थिक बाधा हटाना है। इस योजना के अंतर्गत परिवार की वार्षिक आय की एक सीमा रखी जाती है (आम तौर पर छोटे आय वर्गों के लिए) और पात्र पाए जाने पर छात्र को किताबें, यूनिफॉर्म, स्टेशनरी व ट्यूशन/शैक्षिक खर्च के लिए अनुदान मिलता है। सहायता सीधे छात्र के खाते में या स्कूल/जिला स्तर पर जारी की जा सकती है ताकि छात्र इन आवश्यक खर्चों के लिए इसका उपयोग कर सकें। राजस्थान का निवासी होना और निर्धारित आय-मानदंड पूरा करना अनिवार्य है; योजना के विस्तृत नियम, दस्तावेज़ और आवेदन प्रक्रिया राज्य शिक्षा/समाज कल्याण कार्यालयों पर उपलब्ध होते हैं। इस योजना का संचालन पिछले कुछ वर्षों से राज्य स्तर पर निरंतर हो रहा है; यदि आपको आवेदन करना हो तो अपने विद्यालय के माध्यम से या सम्बंधित जिला कार्यालय से फॉर्म और आवश्यक दस्तावेज़ तुरंत प्राप्त कर लें।

अंशदाता श्रमिकों के बच्चों के लिए छात्रवृत्ति (हरियाणा) — हरियाणा सरकार की यह योजना उन छात्रों के लिए है जिनके माता-पिता औद्योगिक/वाणिज्यिक संस्थाओं में कार्यरत श्रमिक हैं और जिनकी पारिवारिक आय/वेतन एक निर्धारित सीमा (लगभग मासिक वेतन ₹27,000 तक) के भीतर है। योजना में पात्र बच्चों को कक्षा-अनुसार नियमित वार्षिक छात्रवृत्ति दी जाती है — उदाहरण के तौर पर कक्षा 9–10 के लिए लगभग ₹10,000 प्रति वर्ष, कक्षा 11–12 के लिए लगभग ₹12,000 प्रति वर्ष, स्नातक स्तर पर लगभग ₹15,000 प्रति वर्ष और तकनीकी/इंजीनियरिंग/फार्मेसी जैसे कोर्सों के लिए करीब ₹20,000 प्रति वर्ष तक की लाभराशि दी जाती है। इसके अतिरिक्त किताबों, वर्दी और अन्य शैक्षिक खर्चों के लिए अनुदान या सहायक भुगतान भी हो सकता है। पात्रता में श्रमिक का राज्य में पंजीकृत होना, वेतन सीमा, तथा बच्चे की पढ़ाई का जारी होना शामिल है; आवेदन की सामान्य समय-सीमा वर्षांत में रहती है इसलिए निर्धारित अंतिम तिथि पर ध्यान देना जरूरी है। योजना का लक्ष्य श्रमिक परिवारों के बच्चों को आगे की पढ़ाई के लिए आर्थिक रूप से समर्थन देना और उनकी पढ़ाई बीच में न रुके इस प्रकार के कदम उठाना है।

दोनों छात्रवृत्ति योजनाओं के फायदे सरल भाषा में इस तरह समझे जा सकते हैं:

Devnarayan Pre-Matric Scholarship (राजस्थान) के फायदे

  1. आर्थिक रूप से कमजोर परिवारों के बच्चों को पढ़ाई जारी रखने में सहारा मिलता है।
  2. स्कूल की ज़रूरी चीज़ें जैसे किताबें, यूनिफॉर्म, स्टेशनरी आदि खर्चों में मदद मिलती है।
  3. परिवार पर पढ़ाई का बोझ कम हो जाता है और छात्र बिना चिंता पढ़ाई पर ध्यान दे पाता है।
  4. मेधावी और जरूरतमंद छात्रों को बराबरी का अवसर मिलता है ताकि वे भी प्रतियोगी माहौल में आगे बढ़ सकें।
  5. सीधे बैंक खाते में राशि आने से पारदर्शिता रहती है और लाभ तुरंत मिल जाता है।

अंशदाता श्रमिकों के बच्चों की छात्रवृत्ति (हरियाणा) के फायदे

  1. श्रमिक परिवारों के बच्चों को कक्षा 9 से लेकर उच्च शिक्षा तक लगातार आर्थिक मदद मिलती है।
  2. अलग-अलग कक्षाओं के अनुसार छात्रवृत्ति राशि बढ़ती है, जिससे उच्च शिक्षा के बड़े खर्च भी पूरे किए जा सकते हैं।
  3. किताबें, यूनिफॉर्म और पढ़ाई से जुड़े खर्च निकालने के लिए अतिरिक्त सहायता मिलती है।
  4. बच्चे चाहे स्कूल में हों या कॉलेज/तकनीकी कोर्स कर रहे हों, हर स्तर पर आर्थिक सहारा मिलता है।
  5. मजदूर परिवारों के बच्चों को पढ़ाई बीच में छोड़नी न पड़े, इसके लिए यह योजना बहुत कारगर साबित होती है।

नीचे आपको पैराग्राफ और लिस्ट के रूप में इस योजना की पात्रता बता रहा हूं आप अगर इस योजना से छात्रवृत्ति लेना चाहते हैं तो दोनों योजनाओं की पात्रता पहले समझ ले और फिर अच्छी तरह से आवेदन कर ले.

Devnarayan Pre-Matric Scholarship (राजस्थान)

यह योजना राजस्थान सरकार की ओर से आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग (EBC) के छात्रों के लिए चलाई जाती है। इसका उद्देश्य यह है कि गरीब परिवारों के बच्चे पढ़ाई बीच में न छोड़ें और उन्हें आवश्यक शैक्षिक सामग्री के लिए आर्थिक मदद मिल सके। इस योजना का लाभ केवल उन्हीं छात्रों को मिलता है जो राजस्थान के निवासी हों और मान्यता प्राप्त स्कूल में कक्षा 6 से 10 तक की पढ़ाई कर रहे हों। योजना के लिए एक वार्षिक आय सीमा तय की गई है, जो लगभग ₹2 लाख तक होती है। इसका मतलब यह है कि अगर अभिभावक की कुल आय इससे ज्यादा है, तो छात्र को लाभ नहीं मिलेगा। इसके अलावा, आवेदन के लिए आय प्रमाण पत्र, जाति प्रमाण पत्र (जहाँ लागू हो), स्कूल का नामांकन प्रमाण और आधार कार्ड जैसे दस्तावेज भी जरूरी होते हैं।

  • आवेदक राजस्थान का स्थायी निवासी होना चाहिए।
  • छात्र कक्षा 6 से 10 (विशेषकर 8वीं, 9वीं और 10वीं) में पढ़ रहा हो।
  • पारिवारिक वार्षिक आय ₹2,00,000 से कम होनी चाहिए।
  • छात्र किसी मान्यता प्राप्त विद्यालय में नियमित अध्ययन कर रहा हो।
  • सभी जरूरी दस्तावेज (आय प्रमाणपत्र, पहचान पत्र, स्कूल प्रमाणपत्र आदि) प्रस्तुत करने होंगे।

अंशदाता श्रमिकों के बच्चों की छात्रवृत्ति (हरियाणा)

यह योजना हरियाणा सरकार द्वारा उन परिवारों के बच्चों के लिए शुरू की गई है, जिनके माता या पिता किसी औद्योगिक या वाणिज्यिक संस्थान में श्रमिक के रूप में कार्यरत हैं। इसका उद्देश्य श्रमिक परिवारों के बच्चों को भी बेहतर शिक्षा के अवसर देना और उनकी पढ़ाई का आर्थिक बोझ कम करना है। योजना का लाभ केवल उन्हीं बच्चों को मिलता है जिनके माता-पिता राज्य के श्रम विभाग में पंजीकृत हैं और जिनकी मासिक आय ₹27,000 से कम है। इस योजना के अंतर्गत एक परिवार से अधिकतम 2 लड़के और 3 लड़कियाँ ही छात्रवृत्ति का लाभ उठा सकते हैं। इसके अलावा, यह योजना कक्षा 9 से लेकर उच्च शिक्षा और तकनीकी कोर्सों तक लागू होती है। यदि कोई छात्र पहले पढ़ाई छोड़ चुका है और दोबारा पढ़ाई शुरू करता है, तो वह भी इसका लाभ ले सकता है। आवेदन के समय श्रमिक का पंजीकरण, आय प्रमाण पत्र, स्कूल/कॉलेज का प्रमाण पत्र और छात्र की पहचान से जुड़े दस्तावेज जरूरी होते हैं।

  • आवेदक हरियाणा का स्थायी निवासी होना चाहिए।
  • माता या पिता किसी औद्योगिक/वाणिज्यिक संस्थान में पंजीकृत श्रमिक हों।
  • श्रमिक का मासिक वेतन ₹27,000 से कम हो।
  • एक परिवार से अधिकतम 2 लड़के और 3 लड़कियाँ ही लाभ ले सकते हैं।
  • छात्र कक्षा 9 से ऊपर (10, 11, 12, स्नातक या तकनीकी कोर्स) में पढ़ाई कर रहा हो।
  • बीच में पढ़ाई छोड़ी हो और बाद में जारी की हो, तो भी पात्र है।
  • आवेदन के लिए जरूरी दस्तावेज (श्रमिक का पंजीकरण, आय प्रमाण पत्र, स्कूल/कॉलेज का प्रमाण, पहचान पत्र आदि) अनिवार्य हैं।

किसी भी सरकारी योजना में आवेदन करने के लिए सबसे जरूरी होते हैं दस्तावेज अगर आपके पास दस्तावेज है तो मतलब आप उसे योजना में आवेदन करने के लायक है लेकिन अगर दस्तावेज नहीं है तो आप उसे योजना के लायक नहीं है अब मैं आपको नीचे इस योजना के सारे दस्तावेज बता रहा हूं आप उन्हें जानकर अगर आपके पास है तो आवेदन कर लीजिएगा.

Devnarayan Pre-Matric Scholarship (राजस्थान)

इस योजना के लिए छात्र को अपनी पात्रता सिद्ध करने के लिए कुछ जरूरी दस्तावेज जमा करने होते हैं। इनमें मुख्य रूप से पहचान से जुड़े दस्तावेज, पारिवारिक आय का प्रमाण, और पढ़ाई से संबंधित प्रमाणपत्र शामिल हैं। ये दस्तावेज इसलिए जरूरी हैं ताकि यह सुनिश्चित हो सके कि छात्र वास्तव में राजस्थान का निवासी है, उसकी पारिवारिक आय निर्धारित सीमा के अंदर है और वह मान्यता प्राप्त स्कूल में पढ़ाई कर रहा है।

जरूरी दस्तावेज़ (लिस्ट):

  • आधार कार्ड या कोई मान्य पहचान पत्र
  • छात्र का हालिया पासपोर्ट साइज फोटो
  • जाति प्रमाण पत्र (जहाँ लागू हो, विशेषकर EBC वर्ग के लिए)
  • आय प्रमाण पत्र (वार्षिक आय सीमा ₹2 लाख तक)
  • निवासी प्रमाण पत्र (राजस्थान का निवासी होने का प्रमाण)
  • स्कूल का नामांकन/प्रवेश प्रमाण पत्र
  • पिछली कक्षा की मार्कशीट
  • बैंक पासबुक की कॉपी (छात्र या अभिभावक के नाम से)

अंशदाता श्रमिकों के बच्चों की छात्रवृत्ति (हरियाणा)

इस योजना में पात्रता साबित करने के लिए छात्र को अपने पिता/माता की श्रमिक स्थिति का प्रमाण देना जरूरी है। साथ ही आय का विवरण, स्कूल/कॉलेज का प्रमाण और बच्चे की पढ़ाई की स्थिति से जुड़े दस्तावेज प्रस्तुत करना होते हैं। इन दस्तावेजों से यह साबित होता है कि परिवार वास्तव में श्रमिक वर्ग में आता है और बच्चा पढ़ाई जारी रखे हुए है।

जरूरी दस्तावेज़

  • छात्र का आधार कार्ड या मान्य पहचान पत्र
  • श्रमिक का पंजीकरण प्रमाण पत्र (हरियाणा श्रम विभाग से जारी)
  • श्रमिक का वेतन/आय प्रमाण पत्र (₹27,000 मासिक से कम होना चाहिए)
  • निवासी प्रमाण पत्र (हरियाणा राज्य का निवासी होने का सबूत)
  • छात्र का पासपोर्ट साइज फोटो
  • स्कूल/कॉलेज से जारी अध्ययन प्रमाण पत्र
  • पिछली कक्षा की मार्कशीट
  • बैंक पासबुक की कॉपी (छात्र या अभिभावक के नाम से)
  • अगर पढ़ाई बीच में छोड़ी थी और पुनः शुरू की है तो संबंधित प्रमाण

अब मैं आपको दोनों योजनाओं की ऑनलाइन आवेदन प्रक्रिया step-by-step विस्तार से बता देता हूँ, ताकि आपको फॉर्म भरने और आवेदन करने में कोई दिक़्क़त न हो।

Devnarayan Pre-Matric Scholarship (राजस्थान) – आवेदन प्रक्रिया

इस योजना का आवेदन राजस्थान सरकार के SJE (Social Justice & Empowerment Department) Portal या राजस्थान छात्रवृत्ति पोर्टल के माध्यम से किया जाता है। पूरी प्रक्रिया इस प्रकार है:

Step-by-Step:

  1. सबसे पहले SJE या राजस्थान छात्रवृत्ति पोर्टल पर जाएँ।
  2. यदि आप नए यूज़र हैं तो “New Registration” पर क्लिक करके अपना आधार नंबर, मोबाइल नंबर और ईमेल से पंजीकरण करें।
  3. पंजीकरण के बाद आपको User ID और Password मिलेगा, इससे लॉगिन करें।
  4. लॉगिन करने के बाद “Devnarayan Pre-Matric Scholarship” योजना चुनें।
  5. आवेदन फॉर्म में अपनी व्यक्तिगत जानकारी (नाम, जन्मतिथि, पता, आदि) भरें।
  6. शैक्षिक विवरण जैसे कक्षा, स्कूल का नाम, पिछली कक्षा की मार्कशीट आदि दर्ज करें।
  7. जरूरी दस्तावेज़ (आधार, आय प्रमाण पत्र, जाति प्रमाण पत्र, निवासी प्रमाण पत्र, बैंक पासबुक की कॉपी, फोटो आदि) स्कैन करके अपलोड करें।
  8. सभी जानकारी की जाँच करने के बाद “Submit” पर क्लिक करें।
  9. सबमिट करने के बाद आवेदन की कॉपी प्रिंट करके अपने पास रखें।
  10. आवेदन की स्थिति (Application Status) पोर्टल पर जाकर कभी भी चेक की जा सकती है।

अंशदाता श्रमिकों के बच्चों की छात्रवृत्ति (हरियाणा) – आवेदन प्रक्रिया

इस योजना का आवेदन हरियाणा श्रम विभाग की आधिकारिक वेबसाइट (hrylabour.gov.in) पर किया जाता है। इसमें छात्र या उनके अभिभावक ऑनलाइन फॉर्म भर सकते हैं।

Step-by-Step:

  1. सबसे पहले हरियाणा श्रम विभाग की आधिकारिक वेबसाइट पर जाएँ।
  2. “Welfare Schemes” सेक्शन में जाएँ और “Scholarship for the Children of Registered Workers” योजना चुनें।
  3. अब “Apply Online” पर क्लिक करें।
  4. अगर आप नए यूज़र हैं तो पहले पंजीकरण करें – इसके लिए श्रमिक का पंजीकरण नंबर, आधार और मोबाइल नंबर जरूरी होगा।
  5. पंजीकरण के बाद लॉगिन करें और योजना का फॉर्म खोलें।
  6. छात्र की जानकारी (नाम, कक्षा, स्कूल/कॉलेज, जन्मतिथि आदि) भरें।
  7. अभिभावक की जानकारी (श्रमिक का पंजीकरण विवरण, आय प्रमाण, नौकरी का प्रकार आदि) दर्ज करें।
  8. सभी जरूरी दस्तावेज़ जैसे श्रमिक पंजीकरण प्रमाण पत्र, आय प्रमाण पत्र, बैंक पासबुक, पहचान पत्र, स्कूल/कॉलेज प्रमाण पत्र और मार्कशीट स्कैन करके अपलोड करें।
  9. जानकारी पूरी करने के बाद फॉर्म सबमिट करें।
  10. आवेदन की रिसीप्ट/प्रिंट आउट अपने पास रखें।
  11. समय-समय पर पोर्टल पर जाकर “Application Status” चेक करते रहें।

Q1. Devnarayan Pre-Matric Scholarship किन छात्रों के लिए है?
यह योजना राजस्थान के कक्षा 6 से 10 तक पढ़ने वाले आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग (EBC) के छात्रों के लिए है।

Q2. Devnarayan योजना में कितनी आय सीमा है?
परिवार की कुल वार्षिक आय ₹2,00,000 से कम होनी चाहिए।

Q3. Devnarayan योजना से छात्रों को क्या फायदा मिलता है?
छात्रों को किताबें, यूनिफॉर्म, स्टेशनरी और पढ़ाई से जुड़े अन्य खर्चों के लिए आर्थिक सहायता मिलती है।

Q4. अंशदाता श्रमिकों के बच्चों की छात्रवृत्ति किन्हें मिलती है?
हरियाणा के उन बच्चों को जो कक्षा 9 से ऊपर पढ़ रहे हैं और जिनके माता-पिता श्रम विभाग में पंजीकृत श्रमिक हैं।

Q5. श्रमिक बच्चों की छात्रवृत्ति में मासिक आय सीमा क्या है?
श्रमिक का मासिक वेतन ₹27,000 से कम होना चाहिए।

Q6. श्रमिक बच्चों को कितनी छात्रवृत्ति मिलती है?
कक्षा 9–10 के लिए ₹10,000, कक्षा 11–12 के लिए ₹12,000, स्नातक स्तर पर ₹15,000 और तकनीकी/इंजीनियरिंग कोर्स पर ₹20,000 प्रति वर्ष।

Q7. क्या एक परिवार से सभी बच्चे लाभ ले सकते हैं?
नहीं, हरियाणा योजना में अधिकतम 2 लड़के और 3 लड़कियाँ ही लाभ ले सकते हैं।

Q8. दोनों योजनाओं के लिए आवेदन कहाँ से करें?
राजस्थान के लिए SJE/Scholarship Portal और हरियाणा के लिए श्रम विभाग की आधिकारिक वेबसाइट पर ऑनलाइन आवेदन करना होता है।

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